deepseek ने मचाया तहलका, America परेसान

 

Deepseek ने AI की दुनिया में  मचाया तहलका, America क्यो है परेसान?


टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली: टेक्नोलॉजी या आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की दुनिया में China के एक स्टार्टअप Deepseek की चर्चा

 इसके लार्ज लैंग्वेज model (LLM) V3 और R1 हैं, जो चैटबॉट के जरिये अपने ग्राहकों को सेवा देते हैं। Deepseek के
इन दोनों LLM को गुणवत्ता और लागत के मामले में अमेरिकी कंपनियों- open ऐ के chat gpt, माइक्रोसॉफ्ट के कोपायलट, मेटा के लिआमा व गूगल जैमिनी से भी बेहतर बताया जा रहा है। इससे अमेरिका की बड़ी टेक्नोलॉजी कंपनियों के भारी-भरकम खर्च पर बहस शुरू हो गई है। 



Deepseek क्या है कैसे काम करता है? 

Deepseek चीन की एक AI कंपनी है। यह चीन के दक्षिण पूर्वी शहर हांगचो में स्थित है। मार्केट इंटेलिजेंस प्लेटफार्म सेंसर टावर के मुताबिक, Deepseek की स्थापना जुलाई 2023 में हुई है। इसके संस्थापक लिआंग वेनफेंग हैं जिन्होंने हेज फंड के जरिये पैसा जुटाकर Deepseek की शुरुआत की है। वेनफेंग एक इन्फार्मेशन एंड इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियर हैं।

 V3 और R1 क्या है? 

Deepseek के LLM मॉडल हैं। V3 को दिसंबर 2024 और R1 को 10 जनवरी को लॉन्च किया गया है। इन दिनों R1 की चर्चा कम लागत और दक्षता के कारण हो रही है। Deepseek का कहना है कि उसने R1 को तैयार और प्रशिक्षित करने में केवल 60 लाख डॉलर करीब 52 करोड़ रुपये की राशि खर्च की है। जबकि ओपनएआई, माइक्रोसाफ्ट, मेटा या अन्य कंपनियों ने अपने चैटबॉट तैयार करने में अरबों डॉलर खर्च किए हैं।
Deepseek के चैटबॉट की खास बातें
इसकी गुणवत्ता काफी बेहतर और लागत काफी कम है।
यह मॉडल गणित, कोडिंग और जनरल नॉलेज से जुड़े कामों का बेहद कारगर है।
यह 90-95 प्रतिशत ज्यादा किफायती है और महंगे हार्डवेयर की जरूरत कम होती है।



विभिन्न समस्याओं और कार्यों को पूरा करने में इसका स्कोर 92 प्रतिशत रहा है, जबकि चैटजीपीटी-4 का स्कोर 78 प्रतिशत है।
इसको Nvidia की H800 चिप का इस्तेमाल करके बनाया गया है जो मध्यम रेंज की चिप है।
Deepseek का AI app उसकी वेबसाइट और ऐपल स्टोर पर उपलब्ध है।
यह सेवा मुफ्त है और ऐपल के स्टोर पर सबसे तेजी से डाउनलोड होने वाला ऐप बन गया है।
यह अमेरिका में ऐपल स्टोर पर टॉप-रेटेड free ऐप भी बन गया है।

Open AI के लिए खतरा क्यों?

Open AI ने महंगे हार्डवेयर का इस्तेमाल करने अपना एआईमॉडल चैटजीपीटी बनाया है, जबकि Deepseek महंगे हार्डवेयर पर निर्भर नहीं है। Deepseek के R1 को चैटजीपीटी से बेहतर बताया जा रहा है। ओपनएआई में चार हजार से ज्यादा कर्मचारी काम करते हैं। जबकि Deepseek ने केवल 200 कर्मचारियों की टीम से तकनीक की दुनिया में हलचल मचाने वाले उत्पाद तैयार किया है। Deepseek का R1 आने के बाद Open ai ने 01 मॉडल लॉन्च किया है। Deepseek के चैटबॉट सभी के लिए उपलब्ध है, जबकि open ऐ का 01 मॉडल अभी सभी के लिए उपलब्ध नहीं हैं।



Open AI से काफी कम है शुल्क
ओपनएआई का 01 मॉडल इस्तेमाल करने का शुल्क 15 डॉलर प्रति 10 लाख इनपुट टोकन है। वहीं, Deepseek के R1 का शुल्क केवल 0.55 डॉलर प्रति 10 लाख इनपुट टोकन है। किसी भी LLM को अपनी प्रक्रिया पूरी करने के लिए शब्दों, अक्षरों के सेट, विराम चिह्न, वाक्य आदि की आवश्यकता होती है। जब हम किसी LLM से लिखित में कुछ पूछते हैं तो वह हमारे लिखे हुए को छोटी-छोटी इकाइयों में बांट देते हैं। इनको टोकन कहा जाता है।

Nvidia के शेयर क्यो थमने का नाम नही ले रहा? 


Nvidia दुनिया की सबसे बड़ी AI चिप निर्माता है। Deepseek ने अपना ऐ model काफी सस्ती चिप का इस्तेमाल करके बनाया है। इससे दुनिया में महंगी चिप की मांग में कमी आने की आशंका जताई जा रही है। इसके अलावा Deepseek ने Nvidia की मुख्य प्रतिद्वंदी AMD से हाथ मिलाया है। इससे Deepseek को और ताकतवर व दक्षता वाला AI मॉडल बनाने में मदद मिल सकती है। Deepseek के R1 के लांच होने के बाद Nvidia के शेयरों में लगातार गिरावट हो रही है और कंपनी के बाजार पूंजीकरण में करीब 600 अरब डॉलर की गिरावट आ गई है।

बिजली सेक्टर के शेयरों पर असर क्यों


AI मॉडल्स को सही तरीके से काम करने के लिए बहुत ज्यादा बिजली की जरूरत पड़ती है। एक आंकड़े के अनुसार, चैटजीपीटी एक सर्च रिक्वेस्ट के लिए गूगल सर्च के मुकाबले करीब 10 गुना ज्यादा बिजली की खपत करता है। आज के समय में डाटा सेंटर बिजली के बड़े ग्राहक हैं और उन्हें 24 घंटे, सातों दिन बिजली की जरूरत होती है।

गोल्डमैन सैक्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस समय दुनियाभर में कुल बिजली खपत में डाटा सेंटर की 1-3 प्रतिशत हिस्सेदारी है जिसके 2030 तक 3-4 प्रतिशत होने की उम्मीद है। इस कारण निवेशक बिजली क्षेत्र पर दांव लगा रहे थे। डीपसीक का एआईमॉडल अपने प्रतिद्वंदियों के मुकाबले काफी कम बिजली खपत करता है। ऐसे भविष्य में डाटा सेंटर के लिए अनुमानित बिजली खपत कम हो सकती है। इससे भारत समेत दुनियाभर में बिजली क्षेत्र के शेयरों में गिरावट हो रही है।

China से जुड़े सवालों पर नहीं दे रहा सीधे उत्तर


AI उद्योग पर Deepseek के चैटबॉट का अंतिम प्रभाव अभी भी स्पष्ट नहीं है, लेकिन यह चीन से जुड़े संवेदनशील विषयों पर सवालों के सीधे उत्तर नहीं दे रहा है। यह चीन के इंटरनेट पर आम तौर पर देखा जाने वाला अभ्यास है। 2023 में चीन ने नियम जारी किए थे जिसमें कंपनियों को अपने उत्पादों को सार्वजनिक रूप से लॉन्च करने से पहले सुरक्षा समीक्षा करने और अनुमोदन प्राप्त करने की आवश्यकता थी।



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